हिंदी कक्षा-9

Chapter 4 सिद्धिमन्त्रः (सफलता का मन्त्र) (संस्कृत-खण्ड). 1. रामदासः नारायणपुरे ………………………………………………………………………. धनधान्यादिपूर्णम् अस्ति। शब्दार्थ-ब्राह्म मुहूर्ते = प्रात:काल के समय। उत्थाय = उठकर। नित्यकर्माणि = दैनिक कार्य श्रमम् = परिश्रम। प्रभूतम्= अधिक। धनधान्यादिपूर्णम् (धन + धान्य + आदि + पूर्णम्) = धन-धान्य आदि से पूर्ण सन्दर्भ – प्रस्तुत गद्यांश हमारी पाठ्य-पुस्तक के अन्तर्गत संस्कृत खण्ड के ‘सिद्धिमन्त्रः’ …

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Chapter 2 सदाचारः (उत्तम आचरण) (संस्कृत-खण्ड). 1. सतां सज्जनानाम् ………………………………………………………………………. कुर्वन्ति। शब्दार्थ-आचारः = आचरण सद = सत्य, सही। विचारयन्ति = सोचते हैं। वदन्ति = बोलते हैं। आचरयन्ति = आचरण करते हैं। भवन्ति = होते हैं स्वकीयानि = अपनी। शिष्टं = सभ्यतापूर्ण, अनुशासित। सन्दर्भ – प्रस्तुत गद्यांश हमारी पाठ्य-पुस्तक के अन्तर्गत संस्कृत खण्ड के ‘सदाचारः’ नामक पाठ …

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Chapter 13 शिवमंगल सिंह ‘सुमन’ (काव्य-खण्ड). विस्तृत उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 1. निम्नलिखित पद्यांशों की ससन्दर्भ व्याख्या कीजिए तथा काव्यगत सौन्दर्य भी स्पष्ट कीजिए : 1. हर क्यारी में पद-चिह्न ……………………………………………………………………….. मचल मचल इठलाती है। शब्दार्थ-पद-चिह्न = पैरों के चिह्न कसक = पीड़ा। शबनम = ओस किसलय = कोपलें। आभा = सौन्दर्य सन्दर्भ – प्रस्तुत काव्य-पंक्तियाँ शिवमंगल …

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Chapter 12 केदारनाथ अग्रवाल (काव्य-खण्ड). विस्तृत उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 1. निम्नलिखित पद्यांशों की ससन्दर्भ व्याख्या कीजिए तथा काव्यगत सौन्दर्य भी स्पष्ट कीजिए : (अच्छा होता) 1. अच्छा होता ……………………………………………………………………… कच्चा होता। सन्दर्भ – प्रस्तुत काव्य-पंक्तियाँ केदारनाथ अग्रवाल द्वारा रचित ‘अच्छा होता’ नामक कविता से उधृत की गयी हैं। प्रसंग – प्रस्तुत पंक्तियों में कवि आदमी को एक …

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Chapter 9 सोहनलाल द्विवेदी (काव्य-खण्ड). विस्तृत उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 1. निम्नलिखित पद्यांशों की ससन्दर्भ व्याख्या कीजिए तथा काव्यगत सौन्दर्य भी स्पष्ट कीजिए : ( उन्हें प्रणाम) 1. भेद गया है …………………………………………………………………………………… सतत प्रणाम॥ (Imp.) शब्दार्थ-मर्म = हृदय। मुहताजों = निर्धन, परमुखापेक्षी संस्थापन = स्थापना सतत = निरन्तर, लगातार। सन्दर्भ – प्रस्तुत पद्यांश हमारी पाठ्य-पुस्तक ‘हिन्दी काव्य’ …

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Chapter 11 नागार्जुन (काव्य-खण्ड). विस्तृत उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 1. निम्नलिखित पद्यांशों की ससन्दर्भ व्याख्या कीजिए तथा काव्यगत सौन्दर्य भी स्पष्ट कीजिए : (बादल को घिरते देखा है) 1. अमल धवल ………………………………………………………………………….. तिरते देखा है। शब्दार्थ-अमल = निर्मल। धवल = सफेद शिखर = चोटी स्वर्णिम = सुनहले। तुंग = ऊँचा। ऊमस = गर्मी । पावस = …

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Chapter 5  भारतेन्दु हरिश्चन्द्र (काव्य-खण्ड). (विस्तृत उत्तरीय प्रश्न) प्रश्न 1. निम्नलिखित पद्यांशों की ससन्दर्भ व्याख्या कीजिए तथा काव्यगत सौन्दर्य भी स्पष्ट कीजिए : ( प्रेम-माधुरी ) 1. कूकै लगीं ……….…………………………………………………….. बरसै लगे। शब्दार्थ- कुकै लगीं = कूकने लगीं। पात = पत्ते । सरसै लगे = सुशोभित होने लगे। दादुर = मेंढक। मयूर = मोर। सँजोगी …

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Chapter 7 ठेले पर हिमालय (गद्य खंड). विस्तृत उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 1. निम्नांकित गद्यांशों में रेखांकित अंशों की सन्दर्भ सहित व्याख्या और तथ्यपरक प्रश्नों के उत्तर दीजिये-(1) ठेले पर बर्फ की सिलें लादे हुए बर्फ वाला आया। ठण्डे, चिकने, चमकते बर्फ से भाप उड़ रही थी। मेरे मित्र का जन्म स्थान अल्मोड़ा है, वे क्षण भर …

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Chapter 5 स्मृति (गद्य खंड). ( विस्तृत उत्तरीय प्रश्न ) प्रश्न 1. निम्नांकित गद्यांशों में रेखांकित अंशों की सन्दर्भ सहित व्याख्या और तथ्यपरक प्रश्नों के उत्तर दीजिये –(1) जाड़े के दिन थे ही, तिस पर हवा के प्रकोप से कँपकँपी लग रही थी। हवा मज्जा तक ठिठुरा रही थी, इसलिए हमने कानों को धोती से बाँधा। …

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Chapter 1 बात (गद्य खंड). विस्तृत उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 1. निम्नांकित गद्यांशों में रेखांकित अंशों की सन्दर्भ सहित व्याख्या और तथ्यपरक प्रश्नों के उत्तर दीजिये(1) यदि हम वैद्य होते तो कफ और पित्त के सहवर्ती बात की व्याख्या करते तथा भूगोलवेत्ता होते तो किसी देश के जलबात का वर्णन करते, किन्तु दोनों विषयों में से …

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