वाक्य – प्रयोग (रचना) 10 प्रश्न-परिचय वाक्य-प्रयोग से सम्बन्धित प्रश्न के अन्तर्गत आठ-दस शब्द देकर उनमें से किन्हीं चार शब्दों का संस्कृत वाक्यों में प्रयोग करने के लिए कहा जाता है। इसके लिए पाठ्यक्रम में कुल 4 अंक निर्धारित हैं। ध्यान दें – विशेष रूप से हाईस्कूल परीक्षा में पूछे गये शब्दों के वाक्य-प्रयोग यहाँ …
Up Class 10 संस्कृत : व्याकरण
निबन्ध (रचना) 10 संस्कृत में वाक्यों की रचना दसवीं कक्षा में किसी सामान्य विषय पर संस्कृत में आठ वाक्य लिखने होते हैं। विद्यार्थियों को शुद्ध संस्कृत में सरल और छोटे-छोटे वाक्य लिखने चाहिए। इसके लिए सबसे पहले छात्रों को हिन्दी में वाक्य लिखकर उनकी संस्कृत बनाकर क्रम से लिख लेना चाहिए। निबन्ध-रचना के समय निम्नलिखित …
हिन्दी-संस्कृत अनुवाद 10 हिन्दी-संस्कृत अनुवाद अनुवाद के लिए जानने योग्य बातें हिन्दी से संस्कृत में अनुवाद करते समय वाक्य में आये हुए शब्दों तथा धातुओं के रूपों का वचन, पुरुष, लिङ्ग, लकार तथा कारक के अनुसार प्रयोग करना चाहिए। 1. कर्ता, क्रिया और धातु कर्ता—क्रिया के करने वाले को कर्ता कहते हैं; जैसे—राम: पठति। इस …
सन्धि 10 संस्कृत व्याकरण व अनुवाद सब्धि ‘सन्धि’ का शाब्दिक अर्थ है-‘मेल’। जब पास-पास आये हुए दो वर्ण आपस में मिलकर एक नया रूप धारण करते हैं तो उस एकीकरण को सन्धि कहते हैं। सन्धि करने पर निकट के दो वर्ण मिलकर एक हो जाते हैं; जैसे- हिम + आलयः = हिमालयः सूर्य + उदयः …
शब्द-रूप 10 शब्द-रूप ध्यातव्य–अनुवाद में सहायक होने के कारण हम पाठ्यक्रम में निर्धारित (फल, मति, मधु एवं नदी) शब्दों के अतिरिक्त भी कुछ शब्दों के रूप यहाँ दे रहे हैं। 1. अकारान्त नपुंसकलिङ्ग संज्ञा शब्द : फल [संकेत–वन, कमल, पुष्प, कुसुम, जल, मित्र, पुस्तक, ज्ञान आदि अकारान्त नपुंसकलिङ्ग शब्दों के रूप फल के समान ही …
धातु-रूप 10 धातु-रूप ध्यातव्य-अनुवाद में सहायक होने के कारण पाठ्यक्रम में निर्धारित (पठ्, हस, दृश्, पच्) धातुओं के अतिरिक्त कुछ अन्य धातुओं के रूप भी यहाँ दिये जा रहे हैं। (1) पठ् धातु (पढ़ना) के रूप लट् लकार (वर्तमानकाल) लुट् लकार (भविष्यत्काल) लङ् लकार (भूतकाल) लोट् लकार (‘आज्ञा’ अर्थ में) विधिलिङ् लकार (‘चाहिए’ अर्थ में) …