समास-प्रकरण 11 समास-प्रकरण नवीनतम् पाठ्यक्रम में अव्ययीभाव, कर्मधारय तथा बहुव्रीहि समास ही निर्धारित है। अत: विद्यार्थी इनको भली मत समझे तथा अभ्यास करे। इनके लिए कुल 2 अंक निर्धारित है। प्रश्न दो प्रकार से पूछे जा सकते हैं.1]दिये हर समस्त पदों का विग्रह और सम्बन्धित समास का नामा (2) किसी एक समास की परिभाषा उदाहरणसहित। …
Up Class 11 संस्कृत : व्याकरण
सन्धि-प्रकरण 11 सन्धि-प्रकरण नवीनतम पाठ्यक्रम में सन्धि से सम्बन्धित प्रश्नों के लिए कुल 4 अंक निर्धारित हैं। नये प्रारूप के अनुसार अब इससे बहुविकल्पीय प्रश्न ही पूछे जाएंगे। तीन बहुविकल्पीय प्रश्नों में से एक प्रश्न परिभाषा पर, दूसरा प्रश्न सन्धित पद देकर उसके विच्छेद पर और तीसरा प्रश्न विच्छेद देकर उसके सन्धित पद पर आधारित …
शब्द-रूप-प्रकरण 11 शब्द-रूप-प्रकरण नवीनतम पाठ्यक्रम के अनुसार शब्द-रूपों के लिए प्रश्नपत्र में 2 अंक निर्धारित है। प्रश्न बहुविकल्पीय होगे। ये दो प्रकार से पूछे जा सकते हैं (1) किसी शब्द का निश्चित विभक्ति और निश्चित वचन का रूप तथा (2) शब्द-रूप देकर उसकी विभक्ति तथा वचन को पहचान से सम्बद्ध। संस्कृत में शब्दों के रूप …
विभक्ति-प्रकरण 11 विभक्ति-प्रकरण नवीनतम पाठ्यक्रम में कुछ उपपद विभक्ति के नियम निर्धारित है। इसके अन्तर्गत 2 अके प्रश्न पूछे जाते हैं। परीक्षा में रखाकित शब्दों में लगी विभक्ति तथा उससे सम्बन्धित सूत्र का उल्लेख करने को कहा जाता है। कभी सूत्र की व्याख्या कर उदाहरण देने को भी कहा जाता है। नीचे निर्धारित नियम दिये …
प्रत्यय-प्रकरण 11 प्रत्यय-प्रकरण संस्कृत में धातु या शब्दों के बाद प्रत्यय जोड़कर नये शब्दों का निर्माण होता है। प्रत्यय मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं (अ) कृत् प्रत्यय तथा (ब) तद्धित प्रत्यय। (अ) कृत् प्रत्यय जिस प्रत्यय को धातु से जोड़कर संज्ञा, विशेषण अथवा अव्यय बनाया जाता है, उसको कृत् प्रत्यय कहते हैं। कृत् प्रत्यय …
धातु-रूप-प्रकरणे धातु-रूप-प्रकरण पाठ्यक्रम में निर्धारित धातु-रूप निम्नवत् हैं (1) परस्मैपदी धातु ‘स्था’ (ठहरना) (2) परस्मैपदी ‘पा’ (पीना) (3) नी (ले जाना) (4) कृ (करना) [ध्यान दें-नीचे दिये जा रहे धातु रूप पाठ्यक्रम में निर्धारित नहीं है, परन्तु अनुवाद में सहायक होने के कारण यहाँ दिये जा रहे हैं। ] (5) चुर् (चुराना) (6) दा (देना) …