Up Class 6 अनिवार्य संस्कृत

Chapter 6 अस्माकं दिनचर्या (विधिलिङ्लकार:) (अनिवार्य संस्कृत) वयं स्वास्थ्य स्य ………………………………………….. अनुकुर्यातू । हिन्दी अनुवाद – हमें स्वास्थ्यलाभ के लिए सावधान रहना चाहिए, ताकि हमारे शरीर के सभी अंग सम्यक् रूप में अर्थात् भली-भाँति अपना-अपना कार्य कर सकें। प्रतिदिन सूर्योदय से पूर्व उठना चाहिए। भूमि पर पैर रखने से पहले ईश्वर को प्रणाम करना चाहिए। इसके …

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Chapter 5 नीतिश्लोकाः (अनिवार्य संस्कृत) 1. सर्वे भवन्तु ………………………………………. दुःखभाग्भवेत्।। हिन्दी अनुवाद – सब सुखी हों, सब नीरोग हों, सब सज्जन हों, कोई दुखी न हो। 2. अलसस्य ……………………………………….. कुतः सुखम् ।। हिन्दी अनुवाद – आलसी व्यक्ति को विद्या कहाँ? विद्या के बिना धन कहाँ? धन के बिना मित्र कहाँ और मित्र के बिना सुख कहाँ? …

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Chapter 4 वर्षर्तुः (वर्षा + ऋतुः) (अनिवार्य संस्कृत) आकाशं ………………………… सुखकरो वर्तते। हिन्दी अनुवाद – आकाश में बादल छाए हैं। वर्षा होने वाली है। पानी बरसने से बच्चों और वयस्कों को बहुत खुशी होगी; वृक्षों पर नए पत्ते उग आएँगे; पुराने पत्ते झड़ जाएँगे। वर्षाजल पत्तों पर गिरकर मीठा स्वर उत्पन्न करेगा। अध्यापक – देवदत्त! तुम …

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Chapter 3 मूर्खसेवकः (लङ्लकारः) (अनिवार्य संस्कृत) एकस्मिन नगरे ……………………………. दूरतः एव त्याज्याः हिन्दी अनुवाद – किसी नगर में एक राजा था। उसके राजमहल में कई जानवर और पशु थे। वे सब राजा की सेवा किया करते थे। उन पशुओं में एक बन्दर भी था; जो राजा का प्रिय था। एक बार की बात है, राजा सोया …

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Chapter 2 पत्र – नौका (अनिवार्य संस्कृत) पत्रनिर्मिता पत्रनिर्मिता ………………………………… चलितो।। हिन्दी अनुवाद – कागज से बनी तुम्हारी नाव; कागजे से बनी मेरी नाव; तुम्हारी नाव पानी में गली; मेरी नाव आगे चली। नहि-नहि ……………………………………… रचिता।। हिन्दी अनुवाद – दुख नहीं करना चाहिए; नया कागज ले आओ; वह गली; तो क्या गल गया! नई-नई दूसरी बनी। …

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Chapter 1 क्रीडा – महोत्सवः (अकारान्ताः पुंल्लिङ्गशब्दाः वर्तमानकालः च) (अनिवार्य संस्कृत) अद्य विद्यालयस्य ………………………. क्रीडा भवति।  हिन्दी अनुवाद – आज विद्यालय का वार्षिक क्रीड़ा महोत्सव है। क्रीड़ाक्षेत्र विद्यालय परिसर में ही है। अवनीश, उमेश, गोकुल, साधना, गीता इत्यादि लड़के-लड़कियाँ वॉलीबॉल में मॅजे हुए हैं। इस समय छठी और सातवीं कक्षाओं के छात्रों में खेल प्रतियोगिता हो …

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