Up Class 7 हिन्दी : मंजरी

Chapter 21 भारतरत्न महामना मदन मोहन मालवीय (मंजरी) महत्वपूर्ण पद्यांश की व्याख्या महामना मदन मोहन मालवीय …………………. प्रदान किया गया। संदर्भ: प्रस्तुत गद्यांश हमारी पाठ्यपुस्तक ‘मंजरी’ के ‘भारतरत्न महामना मदन मोहन मालवीय नामक पाठ से लिया गया है। व्याख्या: प्रस्तुत पद्यांश में मालवीय जी के हिन्दुत्व के प्रति  जो विचार थे, उसकी विवेचना की गई …

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Chapter 20 एक संसद नदी की (मंजरी) महत्त्वपूर्ण पद्यांश की व्याख्या बहरहाल ……………………………. चल रहा है। संदर्भ: प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्यपुस्तक ‘मंजरी’ के एक संसद नदी की’ नामक कविता से ली गई है। यह हिन्दुस्तान’ समाचार पत्र से साभार लिया गया है। प्रसंग: राजस्थान में पानी की कमी को दूर करने के लिए जल-प्रबन्धन द्वारा …

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Chapter 19 मैं कवि कैसे बना (मंजरी) महत्त्वपूर्ण गद्यांश की व्याख्या मेरे साथी ………………… उत्पन्न होने लगी। संदर्भ: प्रस्तुत गद्यांश हमारी पाठ्यपुस्तक ‘मंजरी’ के ‘मैं कवि कैसे  बना’ नामक पाठ से लिया गया है। इसके लेखक गोपालप्रसाद व्यास जी हैं। प्रसंग: कवि द्वारा कविता करने के बाद तालियों  की गूंज को देखकर लेखक के मन …

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Chapter 18 कर्तव्यपालन (मंजरी) महत्त्वपूर्ण गद्यांश की व्याख्या नहीं, मेरे सच्चे बहादुर मित्र …………………………… रहेगा। संदर्भ: प्रस्तुत गद्यांश हमारी पाठ्यपुस्तक ‘मंजरी’ के ‘कर्तव्यपालन’ नामक पाठ से अवतरित है। इसके लेखक रामनरेश त्रिपाठी हैं। प्रसंग: राजा वन में वनरक्षक से मिलता है। वनरक्षक ने उसके साथ ईमानदारी से अपने कर्तव्यपालन का ध्यान रखकर समुचित व्यवहार किया। …

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Chapter 17 वरदान माँगूंगा नहीं (मंजरी) महत्त्वपूर्ण पद्यांशों की व्याख्या यह हार एक ……………………. नहीं। संदर्भ: प्रस्तुत पद्यांश हमारी पाठ्यपुस्तक ‘मंजरी’ के ‘वरदान माँगूंगा नहीं’ नामक पाठ से लिया गया है। इसके रचयिता शिवमंगल सिंह ‘सुमन’ हैं। प्रसंग: कवि ने जीवन को महासंग्राम बताया है। व्याख्या: कवि कहता है कि जीवन महासंग्राम है। इसमें आने …

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Chapter 16 क्या निराश हुआ जाय (मंजरी) महत्त्वपूर्ण गद्यांश की व्याख्या व्यक्ति-चित्त ………………………… देने लगे हैं। संदर्भ: प्रस्तुत गद्यांश हमारी पाठ्यपुस्तक ‘मंजरी’ के क्या  निराश हुआ जाय’ नामक निबन्ध से लिया गया है। यह निबन्ध हजारी प्रसाद द्विवेदी द्वारा लिखा गया है। प्रसंग: भारतवर्ष में भौतिक संग्रह को महत्त्व न देकर आन्तरिक तत्त्व पर बल …

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Chapter 15 मनभावन सावन (मंजरी) मनभावन सावन कविता का अर्थ समत पाशों की व्याख्या झमे-झम …………………………… बूंदें झलमल। संदर्भ: प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्यपुस्तक ‘मंजरी’ के ‘मनभावन सावन’ नामक कविता से ली गई हैं।  इसके रचयिता सुमित्रानन्दन पन्त हैं। प्रसंग: प्रस्तुत कविता में कवि ने सावन के बरसते बादल का मनोरम चित्र खींचा है। कविता के …

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Chapter 14 भविष्य का भय (मंजरी) महत्वपूर्ण गद्यांश की व्याख्या पर माँ इस भयंकर ……………………………. नहीं करना। संदर्भ: प्रस्तुत गद्य खण्ड हमारी पाठ्यपुस्तक ‘मंजरी’ के ‘भविष्य का भय’ नामक पाठ से लिया गया है। इसकी लेखिका आशापूर्णा देवी हैं। प्रसंग: प्रस्तुत कहानी में साधन सम्पन्न परिवार की एक लड़की के माध्यम से लेखिका द्वारा निर्धन …

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Chapter 13 जिसके हम मामा हैं (मंजरी) महत्त्वपूर्ण गद्यांश की व्याख्या भारतीय नागरिक ……………….पेटी लेकर भाग गया। संदर्भ: प्रस्तुत गद्य खण्ड हमारी पाठ्यपुस्तक मंजरी’ के ‘जिसके हम मामा हैं’ नामक पाठ से लिया गया है। इसके लेखक प्रसिद्ध व्यंग्यकार शरद जोशी हैं। प्रसंग: एक सज्जन वाराणसी, गंगास्नान को गए। वहाँ एक लड़के मुन्ना ने भानजा बनकर …

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Chapter 12 सुभाषचन्द्र बोस के उद्बोधन (मंजरी) पाठ का सार (सारांश) रमेश कक्षा-7 में पढ़ता है। उसके दादा भारतीय सेना में सूबेदार मेजर पद से अवकाश ग्रहण कर घर आए हैं। एक दिन रमेश के सभी दोस्त दादा जी से मिलने रमेश के घर पहुँचते हैं और दादाजी से युद्ध संबंधी जानकारियाँ पूछते हैं। दादाजी बच्चों …

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