Up Class 8 संस्कृत पीयूषम्

Chapter 19 संगणकः अस्मि संगणकः अस्मि हिन्दी अनुवाद- कम्प्यूटर- छात्रों! छात्र- (सुनकर) अरे! किसका स्वर है? कम्प्यूटर- हे बालकों! मैं यहाँ हूँ। छात्र- (देखने के लिए और पास में जाकर) तुम्हारा नाम क्या है? कम्प्यूटर- मेरा नाम कम्प्यूटर है। मैं घर-घर में (प्रत्येक घर में) रहता हूँ। क्या (तुम) नहीं जानते हो? एक छात्र- नहीं, तुम …

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Chapter 18 एत बालकाः एत बालकाः शब्दार्थाः – एत = आओ, नयाम = ले आएँ, अन्धकारकम् = अंधकार को, परिमाम = नाप लें, जहाम = त्याग करें, विभराम = पूर्ण करें, भरें, अतुलिताम् = अतुलनीय, अपरिमित, लब्ध्वा = प्राप्त कर, बद्ध्वा = बाँधकर, विदध्म = विधान करें, पूरयेम = पूर्ण करें, वाञ्छाकमनीयम् = इच्छित सुन्दर कामना …

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Chapter 17 रक्षत बालिकाः पाठयत बालिकाः रक्षत बालिकाः पाठयत बालिकाः शब्दार्थाः-चतुर्विंशति = चौबीस, संवर्द्धनार्थं = संर्वर्द्धन के लिए, भारतसर्वकारस्य = भारत सरकार की, न प्राप्यते = नहीं मिलता है, न प्रेष्यन्ति = नहीं भेजते हैं, षड्वर्षतः चतुर्दशवर्षपर्यन्तस्य , = छह वर्ष से चौदह वर्ष तक की, जायते = उत्पन्न होती है। हिन्दी अनुवाद- शिक्षिका- सुप्रभात छात्रा! …

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Chapter 16 अमोघं तद् बलिदानम् अमोघं तद् बलिदानम् शब्दार्था:– अवैधरूपेण = गैर कानूनी रूप से, निरसनाय = हटाने के लिए. अतिक्रमणम् = सीमा से आगे बढ़ जाना, प्रेषणम् = भेजना, स्वशौर्येण = अपने शौर्य से, शत्रुहस्तगतानि = शत्रु के हाथ में गये हुए, आत्मरक्षणे = अपनी रक्षा में, पणीकृत्य = दाँव लगा कर, आमोघम् = सफल। …

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Chapter 15 गीतावचनामृतानि गीतावचनामृतानि शब्दार्थाः-परम् = सबसे बड़े, वेत्ता = जानकार, वेद्यम् = जानने योग्य, ततम् = फैलाया, ग्लानिः = हानि, अभ्युत्थानम् = बढ़ना, वृधि, आत्मानम् = अपने आपको, सृजामि = पैदा करता हूँ, प्रकट करता है, परित्राणाय = रक्षा करने के लिए, दुष्कृताम् = पापियों के, संस्थापनार्थाय = स्थापना के लिए, सम्भवामि = उत्पन्न होता …

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Chapter 14 वाराणसी नगरी वाराणसी नगरी शब्दार्थाः-विराजमाना = स्थित, पुरातनम् = प्राचीन, अत्रत्य = यहाँ के, अत्रैव = यहीं, विराजते। = सुशोभित होता है।, विस्तरेण = विस्तार से, इहैव = यहीं पर, मुमुक्षु = मोक्ष का इच्छुक। अस्माकं देशे ……………………………… मन्दिरम् च ।। हिन्दी अनुवाद-हमारे देश में बहुत से तीर्थस्थान हैं। उनमें वाराणसी भी एक प्रसिद्ध …

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Chapter 13 वीरोऽभिमन्युः वीरोऽभिमन्युः शब्दार्थाः-अष्टादशदिनानि यावत् = अठारह दिनों तक, पञ्चदशे दिवसे = पन्द्रहवें दिन, मातुलः = मामा, प्रार्थितवान् = प्रार्थना की, नीतवन्तः = ले गए, मत्वा = मानकर, अजानात् = जानते थे, तदानीम् = उस समय, पितृष्वसुः पतिः = पिता की बहन के पति, सम्मिल्य = मिलकर, नि:शस्त्रम् = शस्त्ररहित। महाभारतस्य …………………………………………………. गदायुद्धम् अभवत्। हिन्दी …

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Chapter 12 प्रियं भारतम् प्रियं भारतम् शब्दार्थाः-सुरम्यम् = सुन्दर, रमणीय, प्रकामम् = अत्यन्त, ललामम् = सुन्दर, निकामम् = अत्यधिक, सरितारहारैः = नदी रूपी उज्ज्वल हारों से, हिमाद्रि = हिमालय-हिम का आद्रि (पर्वत), ललाटे = भार पर, पदे = पद तल में, सिन्धुः = समुद्र, सर्वथा = हर तरह से, दर्शनीयम् = देखने योग्य, निधानम् = भण्डार, …

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Chapter 11 रामभरतयोः मेलनम् रामभरतयोः मेलनम् (ततः प्रविशति भरतः स्थन सुमन्त्रः सूतश्च ) शब्दार्था:- मेलनम् = मिलन, निवेदयताम् = सूचित किया जाय, राज्यलुब्धायाः = राज्य का लोभी, स्वरसंयोगः = आवाज का संयोग, वलेदयति = आई या गीला करता है, बाढम् = बहुत अच्छा, उपेत्य = आकर, दयितः = प्रिय, भ्रातृवत्सल = भाई के प्रति स्नेह रखने …

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Chapter 10 शतबुधि-सहस्रबुद्ध-कथा शतबुधि-सहस्रबुद्ध-कथा शब्दार्थाः-मत्स्यौ = दो मछलियाँ, मण्डूकेन = मेंढक से, जालहस्ताः धीवराः = हाथ में जाल लिए हुए मछुआरे, उपगताः = पहुँचे, श्वः = आने वाला कल, क्षेप्स्यामः = फेकेंगे, पलायनम् = भागना, अवष्टम्भः = रुकना, मा भैषीः = मत डरो, न भेतव्यम् = नहीं डरना चाहिए, दुष्टचेतसाम् = दुष्ट हृदय वाले, स्थास्यामि = …

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