Chapter 13 शिवमंगल सिंह ‘सुमन’ विस्तृत उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 1. निम्नलिखित पद्यांशों की ससन्दर्भ व्याख्या कीजिए तथा काव्यगत सौन्दर्य भी स्पष्ट कीजिए : 1. हर क्यारी में पद-चिह्न ……………………………………………………………………….. मचल मचल इठलाती है। शब्दार्थ-पद-चिह्न = पैरों के चिह्न कसक = पीड़ा। शबनम = ओस किसलय = कोपलें। आभा = सौन्दर्य सन्दर्भ – प्रस्तुत काव्य-पंक्तियाँ शिवमंगल सिंह …
Up Class 9 हिंदी : काव्य-खण्ड
Chapter 12 केदारनाथ अग्रवाल विस्तृत उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 1. निम्नलिखित पद्यांशों की ससन्दर्भ व्याख्या कीजिए तथा काव्यगत सौन्दर्य भी स्पष्ट कीजिए : (अच्छा होता) 1. अच्छा होता ……………………………………………………………………… कच्चा होता। सन्दर्भ – प्रस्तुत काव्य-पंक्तियाँ केदारनाथ अग्रवाल द्वारा रचित ‘अच्छा होता’ नामक कविता से उधृत की गयी हैं। प्रसंग – प्रस्तुत पंक्तियों में कवि आदमी को एक अच्छा …
Chapter 11 नागार्जुन विस्तृत उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 1. निम्नलिखित पद्यांशों की ससन्दर्भ व्याख्या कीजिए तथा काव्यगत सौन्दर्य भी स्पष्ट कीजिए : (बादल को घिरते देखा है) 1. अमल धवल ………………………………………………………………………….. तिरते देखा है। शब्दार्थ-अमल = निर्मल। धवल = सफेद शिखर = चोटी स्वर्णिम = सुनहले। तुंग = ऊँचा। ऊमस = गर्मी । पावस = वर्षा …
Chapter 10 हरिवंशराय बच्चन विस्तृत उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 1. निम्नलिखित पद्यांशों की ससन्दर्भ व्याख्या कीजिए तथा काव्यगत सौन्दर्य भी स्पष्ट कीजिए : (पथ की पहचान) 1. पुस्तकों में है नहीं ……………………………………………………………. पहचान कर ले। अथवा पुस्तकों में ……………………………………………………………. की जबानी। शब्दार्थ-बटोही = राहगीर। बाट = रास्ता । पंथी = पथिक। पंथ = मार्ग। सन्दर्भ-यह पद्यांश …
Chapter 9 सोहनलाल द्विवेदी विस्तृत उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 1. निम्नलिखित पद्यांशों की ससन्दर्भ व्याख्या कीजिए तथा काव्यगत सौन्दर्य भी स्पष्ट कीजिए : ( उन्हें प्रणाम) 1. भेद गया है …………………………………………………………………………………… सतत प्रणाम॥ (Imp.) शब्दार्थ-मर्म = हृदय। मुहताजों = निर्धन, परमुखापेक्षी संस्थापन = स्थापना सतत = निरन्तर, लगातार। सन्दर्भ – प्रस्तुत पद्यांश हमारी पाठ्य-पुस्तक ‘हिन्दी काव्य’ में …
Chapter 8 सूर्यकान्त त्रिपाठी “निराला” दान कविता की व्याख्या विस्तृत उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 1. निम्नलिखित पद्यांशों की ससन्दर्भ व्याख्या कीजिए तथा काव्यगत सौन्दर्य भी स्पष्ट कीजिए : (दान) 1. निकला पहिला ……………………………………………………………………. आवेश-चपल। (Imp.) शब्दार्थ-पहिला अरविन्द = यहाँ इसके दो अर्थ हैं- सरोवर में खिला हुआ पहला कमल, प्रात:काल का सूर्य (ज्ञान) अनिन्द्य = सुन्दर, …
Chapter 7 जयशंकर प्रसाद विस्तृत उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 1.निम्नलिखित पद्यांशों की ससन्दर्भ व्याख्या कीजिए तथा काव्यगत सौन्दर्य भी स्पष्ट कीजिए : पुनर्मिलन ( पुनर्मिलन) 1.चौंक उठी …………………………………. मैं फेरा।अथवा अरे बता दो मुझे …………………………………. आकर कह दे रे! शब्दार्थ- दूरागत = दूर से आयी। निस्तब्ध = शान्त, शब्दविहीन । निशा = रात्रि । प्रवासी = विदेश में …
Chapter 6 मैथिलीशरण गुप्त विस्तृत उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 1. निम्नलिखित पद्यांशों की ससन्दर्भ व्याख्या कीजिए तथा काव्यगत सौन्दर्य भी स्पष्ट कीजिए : (पंचवटी) 1. चारु चन्द्र की ……………………………………. झोंकों से। शब्दार्थ- चारु = सुन्दर । अवनि = धरती। अम्बरतले = आकाश। पुलक = आनन्दमय रोमांचित । तृण = घास । झीम = झूमना । सन्दर्भ- प्रस्तुत …
Chapter 5 भारतेन्दु हरिश्चन्द्र विस्तृत उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 1.निम्नलिखित पद्यांशों की ससन्दर्भ व्याख्या कीजिए तथा काव्यगत सौन्दर्य भी स्पष्ट कीजिए : ( प्रेम-माधुरी ) 1.कूकै लगीं ……….…………………………………………………….. बरसै लगे। शब्दार्थ- कुकै लगीं = कूकने लगीं। पात = पत्ते । सरसै लगे = सुशोभित होने लगे। दादुर = मेंढक। मयूर = मोर। सँजोगी जन = अपने …
Chapter 4 रहीम विस्तृत उत्तरीय प्रश्न) प्रश्न 1.निम्नलिखित पद्यांशों की ससन्दर्भ व्याख्या कीजिए तथा काव्यगत सौन्दर्य भी स्पष्ट कीजिए : (दोहा) 1. जो रहीम उत्तम …………………………………………………… लिपटे रहत भुजंग।शब्दार्थ- प्रकृति = स्वभाव। कुसंग = बुरी संगति । भुजंग = सर्प। सन्दर्भ- प्रस्तुत दोहा रहीम (अब्दुल रहीम खानखाना) द्वारा रचित ‘रहीम ग्रन्थावली’ से हमारी पाठ्य-पुस्तक ‘हिन्दी काव्य’ में संकलित …