Chapter 1 श्री रामचन्द्र (महान व्यक्तिव)

पाठ का सारांश

श्री रामचन्द्र जी के कार्य श्रेष्ठ और लोक कल्याणकारी थे। इनका व्यक्तित्व उच्च मानवीय गुणों से सम्पन्न था। राम अयोध्या नरेश दशरथ के सबसे बड़े पुत्र थे। राम गुरुजनों की आज्ञा का पालन निष्ठापूर्वक करते थे। पिता की आज्ञा से राम ने अपने छोटे भाई लक्ष्मण के साथ ऋषि विश्वामित्र के आश्रम में जाकर उनके यज्ञ को हानि पहुँचाने वाले राक्षसों का वध किया। यहीं से ये सीता जी के स्वयंवर में गए। वहाँ शिव जी का धनुष तोड़ने के पश्चात् सीता जी के साथ श्री राम का विवाह हुआ।

जब राजा दशरथ वृद्ध हो चले, तब उन्होंने राम को शासन का भार सौंपना चाहा। परन्तु मंथरा दासी के बहकावे में आकर कैकेयी ने राजा दशरथ से दो वरदान माँगे। ये वर दशरथ ने देवासुर संग्राम में कैकेयी के असीम शौर्य और सहायता से प्रसन्न होकर उसे माँगने को कहा था। कैकेयी ने भविष्य में कभी माँगने की बात कही थी। उसने पहले वर में अपने पुत्र भरत के लिए राजगद्दी तथा दूसरे में राम के लिए चौदह वर्ष का वनवास माँगा। श्री राम सीता और लक्ष्मण के साथ वन चले गए।

उनके वियोग में दशरथ जी स्वर्ग सिधार गए। वन में श्री राम की पत्नी सीता का रावण ने छलपूर्वक अपहरण कर लिया। श्री राम अपने भाई के साथ सीता की खोज में निकले। फिर इन्होंने सुग्रीव, अंगद, हनुमान आदि की सहायता से सेना तैयार कर रावण को परास्त किया। चौदह वर्ष का वनवास पूरा कर सीता और लक्ष्मण के साथ श्री राम वापस अयोध्या आए। श्री राम ने शासन की उत्तम व्यवस्था की। इनके राज्य में जनता सुख और आनन्द से जीवन व्यतीत करती थी। तुलसीदास जी ने रामचरितमानस में राम-राज्य का विशद वर्णन किया है।

भक्ति नीति एवं श्रृंगार के दोहे अभ्यास

प्रश्न 1.
रामचन्द्र जी के जीवन के कौन-कौन से गुण आपको प्रिय लगते हैं? उन गुणों को आप क्यों अच्छा समाते हैं?
उत्तर :
श्री रामचन्द्र जी माता-पिता और गुरु के परमभक्त, आज्ञाकारी, आदर्शवादी, परोपकारी, सहनशील, धैर्यवान, वीर, साहसी, प्रजापालक तथा मर्यादापुरुषोत्तम थे। इन गुणों से ही जीवनमूल्य तथा मानवता सार्थक होती है।

प्रश्न 2.
श्री राम के राज्याभिषेक के समय कौन-सी घटना घटी?
उत्तर :
श्री राम के राज्यभिषेक के समय दासी मंथरा ने कैकेयी के कान भरे। मंथरा के बहकावे में आकर कैकेयी ने राजा से दो वर माँगे जिनके लिए राजा वचन दे चुके थे। एक बर में उसने अपने पुत्र भरत के लिए अयोध्या का राज्य माँगा और दूसरे में राम के लिए चौदह वर्ष का वनवास।।

प्रश्न 3.
रामराज्य को आदर्श राज्य क्यों कहा गया है?
उत्तर :
रामचंद्र जी ने शासन की उत्तम व्यवस्था की। उन्होंने जनता की सुख-सविधा का इतना प्रबन्ध किया कि किसी व्यक्ति को कोई कष्ट नहीं था। सब स्वस्थ तथा सुखी थे और आनंदपूर्ण जीवन व्यतीत करते थे। इसीलिए रामराज्य को आदर्श राज्य कहा गया है।

प्रश्न 4.
इस पाठ में श्री राम के अतिरिक्त और कौन-कौन से पात्र हैं जो आपको पसंद हैं और क्यों?
उत्तर :
इस पाठ में श्री राम के अतिरिक्त भ्राता लक्ष्मण, सुग्रीव और हनुमान मुझे पसंद हैं। क्योंकि उन्होंने मुश्किल समय में श्रीराम का साथ दिया।

प्रश्न 5.
अपने गुरु जी से रामचंद्र जी के पुत्रों के बारे में कहानी सुनिए।
नोट – विद्यार्थी अपने शिक्षक से कहानी सुनें।

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