Chapter 11 कलम् आज उनकी जय बोल (मंजरी)

कविता का भावार्थ समस्त पद्यांशों की व्याख्या

कलम् आज ……………………………. बोली

संदर्भ:
प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्यपुस्तके मंजरी’ के कलम आज उनकी जय बोल’ नामक कविता से ली गई हैं। इसके रचयिता रामधारी सिंह ‘दिनकर’ हैं।

प्रसंग:
कवि ने देशप्रेम और राष्ट्रीयता की भावना से ओत-प्रोत देशभक्तों के बलिदान का वर्णन किया है।

व्याख्या:
कवि कहता है कलम! उन वीर शहीदों की विजय का गान कर, प्रशंसां के गीत गा, जिन्होंने अपना सब कुछ बलिदान करके क्रान्ति की भावना जाग्रत् की और नई चेतना फैलाई तथा जिन्होंने बिना किसी मूल्य के कर्तव्य की पुण्यवेदी पर स्वयं को न्योछावर कर दिया।

जो अगणित …………………………बोल।

संदर्भ: पूर्ववत्।

प्रसंग:
दिनकर जी ने निस्वार्थ भाव से देश पर न्योछावर, होने वाले वीरों का गुणगान किया है।

व्याख्या:
कलम! उनका विजय गान कर, जो असंख्य छोटे दीपक जलकर बिना तेल बुझ गए, उन अगणित वीरों का यशगान कर, जो देश की आन पर मर मिटे, परन्तु उन्होंने किसी र कर स्नेह की माँग नहीं की।

पीकर जिनकी …………….. बोल।

संदर्भ:
पूर्ववत्।

प्रसंग:
कवि ने वर्णन किया है किस प्रकार वीरों के सिंहनाद से सब भयभीत हो गए।

व्याख्या:
उन वीर अमर शहीदों ने दीपक की भाँति जलकर जो तेज (लाल) अग्नि प्रज्वलित कीं, उनकी गर्म लपटें दिशाओं में उठ रही हैं। उन वीरों की सिंह गर्जना से पृथ्वी भयभीत होकर अब भी हिल रही है।

प्रश्न-अभ्यास

कुछ करने को

प्रश्न 1:
(क) “सुभाषचन्द्र बोस’ का उपनाम ‘नेता जी’ है। नीचे कुछ महापुरुषों के उपनाम दिये जा रहे हैं, उनका पूरा नाम लिखिए
बापू, लौहपुरुष, देशबन्धु, महामना, लोकमान्य, मिसाइल मैन
उत्तर:

(ख) देश-प्रेम कविताओं का संकलन कीजिए।
उत्तर:
विद्यार्थी स्वयं करें।

विचार और कल्पना

प्रश्न 1:
पाठ में कलम देशभक्तों का जयघोष कर रही है। कलम का अर्थ है-देश के रचनाकार अपनी रचनाओं से उनका अभिवादन करते हैं। देशभक्त तो सर्वोपरि होते हैं। उनका जयघोष केवल देशवासी ही नहीं करते, बल्कि पूरी प्रकृति भी उनके लिए मंगल गीत गाती है। आप बताइए कि बादल और पुष्प किस रूप में उनकी जयगान करेंगे।
उत्तर:
बादल वर्षा करके और पुष्प श्रद्धासुमन अर्पित करके उनका जयगान करेंगे।

प्रश्न 2:
क्या आपके आस-पास कोई ऐसे व्यक्ति हुए हैं, जिन्होंने देश की सेवा में अपनी जान न्योछावर की है? अपने बड़ों से पूछकर उनके बारे में लिखिए।
उत्तर:
विद्यार्थी स्वयं करें।

कविता से

प्रश्न 1:
कवि अपनी लेखनी से किसकी जयं बोलने के लिए कह रहा है?
उत्तर:
देश के शहीदों की।

प्रश्न 2:
निम्नलिखित भाव कविता की किन पंक्तियों में आये हैं, लिखिए

(क) जो बिना किसी प्रतिफल के कर्तव्य की पुण्य वेदी पर न्योछावर हो गये।
उत्तर:
भाव- जो चढ़ गए पुण्य-वेदी पर लिए बिना गरदन का मोल।

(ख) देश की आन पर मर मिटे पर उन लोगों ने किसी से स्नेह की माँग नहीं की।
उत्तर:
भाव- जल जलकर बुझ गए किसी दिन, माँगा नहीं स्नेह मुँह खोल।

प्रश्न 3:
निम्नलिखित पंक्तियों का भाव स्पष्ट कीजिए

(क) पीकर जिनकी लाल शिखाएँ,
उगल रहीं लू-लपट दिशाएँ।।

उत्तर:
भाव- उन वीर अमर शहीदों ने दीपक की भाँति जलकर जो तेज लाल अग्नि प्रज्वलित की, उसकी गर्म लपटें दिशाओं में उठ रहीं हैं। सब तरफ क्रान्ति की प्रबल इच्छा बढ़ रही है।

(ख) जिनके सिंहनाद से सहमी, धरती रही अभी तक डोल।
उत्तर:
भाव- वीर शहीदों ने जो सिंह गर्जना की, उससे पृथ्वी भयभीत होकर अभी भी हिल रही है। (वीरों के पराक्रम से शत्रुगण भयभीत हैं।)

(ग) जला अस्थियाँ बारी-बारी, छिटकायी जिसने चिनगारी।।
उत्तर:
भाव- देशप्रेम और राष्ट्रीयता की भावना से ओत-प्रोत देशभक्तों के बलिदान का वर्णन किया है। कवि कहता है कि जिन्होंने अपना सब कुछ बलिदान करके क्रांति की भावना जागृत की और
नई चेतना फैलाई; कलम आज उनका गुणगान करो, आज उन वीर शहीदों की गौरवगाथा लिखो।

प्रश्न 4:
कविता की एक पंक्ति है ‘कलम, आज उनकी जय बोल’। इस पंक्ति को गद्य . रूप में इस तरह से लिखा जा सकता है- ‘कलम, आज उनका जयगान कर।
नीचे दी गयी पंक्तियों को गद्य रूप में लिखिए

जला अस्थियाँ ……………….. जय बोल।
उत्तर:
गद्य रूप – कलम आज उनका जयगान कर, जिन्होंने बारी-बारी से अस्थियों को जलाकर चिंगारी छिटकाई। जो पुण्य वेदी पर बिना गरदन का मोल लिए चढ़ गए। कलम, आज उनकी जय बोल।

भाषा की बात

प्रणति कविता का अर्थ प्रश्न 1:
नीचे दिये गये विशेषण और विशेष्य (संज्ञा) का मिलान कीजिए

प्रश्न 2.
दिये गये शब्दों के दो-दो पर्यायवाची शब्द लिखिए
धरती, कलम, दीप, मुँह
उत्तर:
धरती – जमीन, भूमि
कलम – पेंसिल, लेखनी
दीप – दीपक, चिराग
मुँह – मुख, चेहरा ।

पढ़ने के लिए (विद्यार्थी स्वयं करें।)

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