Chapter 13 जंगल
पाठ का सर (सारांश)
प्रस्तुत कहानी में लेखिका ने बच्चों में जीव-जंतुओं के प्रति संवेदना का बड़ा ही सजीव वर्णन किया है। लेखिका की सहेली का एक पोता है जो अभी प्ले स्कूल में पढ़ता है। उसका नाम पियूष है। एक बार वह अपने पापा के साथ उनके एक मित्र के घर जाता है और वहाँ वह कुछ पालतू जानवरों एवं पक्षियों को देखता है। पालतू खरगोश एवं तोतों को देखकर उसके भी बाल मन में इन्हें पालने की इच्छा जागृत होती है और वह जिद करके खरगोश के बच्चों का एक जोड़ा अपनी दादी से खरीदवाकर अपने घर लाता है। कुछ ही दिनों में दोनों खरगोश के बच्चों से उसकी अच्छी दोस्ती हो जाती है।
वह घर पर जब भी रहता है, उन्हीं खरगोश के बच्चों के साथ खेलता है। उसने खरगोश के बच्चों का नाम सोनू और मोनू रखा है। एक दिन उसके स्कूल में रहने के दौरान ही सोनू की मृत्यु हो जाती है। स्कूल से आने के बाद उसे इस घटना की जानकारी मिलती है। वह बहुत दुखी होता है और अपनी दादी से खरगोश के बच्चे सोनू की मृत्यु का कारण पूछती है। दादी उसे बताती हैं कि सोनू की मृत्यु अपने माँ-पिता से बिछड़ने के कारण हुई। यह सुनकर पियूष के मन में जिंदा बचे खरगोश के बच्चे मोनू के प्रति ममता जागृत होती है और वह दादी से कहता है कि क्यों न हम मोनू को जंगल में उसके मम्मी-पापा के पास छोड़ आएँ ताकि मोनू की मृत्यु न हो और वह अपने मम्मी-पाना के साथ खुशी-खुशी रहे जैसे हम रहते हैं।
प्रश्न-अभ्यास
कुछ करने को
प्रश्न 1.
दिए गये शब्दों के बहुवचन लिखिएउपवन
उत्तर :
प्रश्न 2.
दिए गए शब्दों में उचित स्थान पर अनुस्वार (÷) लगाकर उन्हें दोबारा लिखिए
उत्तर :
प्रश्न 3.
दिए गए शब्दों से वाक्य बनाइए
(i) प्रतिक्रिया – खरगोश के बच्चे को जंगल में छोड़ने के सवाल पर पियूष ने अपनी स्पष्ट प्रतिक्रिया दी।
(ii) धमाचौकड़ी – खरगोश के बच्चे दिन भर घर में धमाचौकड़ी मचाते थे।
(iii) सफाचट – खरगोश के बच्चों को बिल्ली कब सफाचट कर जाए, कहना मुश्किल है।
(iv) हमजोली – सोनू और मोनू दोनों हमजोली थे।
विचार और कल्पना|
प्रश्न 1.
शु-पक्षियों को पालना सही है। यदि हाँ तो क्यों और यदि नहीं तो क्यों? अपने विचार लिखिए।
उत्तर :
नहीं, मेरे विचार से पक्षियों को पालना सही नहीं है। कुछ पालतू पशुओं जैसे-गाय, भैंस, कुत्ता, घोड़ा आदि को छोड़कर अन्य जंगली जानवरों को भी पिंजरे में बंद करके रखना अनुचिका है। हमें किसी की स्वतंत्रता छीनने का कोई अधिकार नहीं है।
प्रश्न 2.
यदि आपको पिंजरे में बन्द रखा जाय तो आपको कैसा लगेगा? अपने विचार लिखिए।
उत्तर :
यदि मुझे पिंजरे में बंद करके रखा जाय तो मुझे बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगेगा क्योंकि मुझे स्वतंत्रता पसंद है। किसी भी जीव को पिंजरे में बंद करके नहीं रखना चाहिए। सभी को स्वतंत्रता पसंद है। सभी जीव आजाद रहना चाहते हैं ताकि वो अपनी इच्छानुसार जी सकें। किसी को भी पिंजरे में बंद करके रखना अन्नया है, जुर्म है।
प्रश्न 3.
जानवरों की बीमारियों को डॉक्टर (जानवरों के) कैसे ज्ञात करते हैं? पता करके लिखिए।
उत्तर :
जानवरों की बीमारियों को डॉक्टर उनके हाव-भाव तथा अपने अनुभव द्वारा ज्ञात करते हैं।
कहानी से
प्रश्न 1.
तविषा घबराई हुई क्यों थी? वह मांडवी दीदी से क्यों बात करना चाह रही थी?
उत्तर :
तविषा इसलिए घबराई हुई थी क्योंकि घर में उसी की गलती से खरगोश के बच्चे सोनू की मृत्यु हो गई थी। तविषा यही बात बताने के लिए मांडवी दीदी से बात करना चाहती थी।
प्रश्न 2.
तविषा एवं शैलेश ने क्यों कहा-“फ्लैट में पशु-पक्षी पालना कठिन है?
उत्तर :
तविषा एवं शैलेश पशु-पक्षी पालना नहीं चाहते थे। इसलिए उन्होंने ऐसा कहा।
प्रश्न 3.
मोनू ने दूध के कटोरे को क्यों नहीं छुआ?
उत्तर :
सोनू के मरने से मोनू बहुत दुखी और उदास था। इसलिए उसने दूध के कटोरे को नहीं छुआ।
प्रश्न 4.
पियूष क्यों मोनू को जंगल में वापस छोड़ने के लिए तैयार हो गया?
उत्तर :
पियूष मोनू को जंगल में वापस छोड़ने के लिए इसलिए तैयार हो गया ताकि वह अपने माता-पिता के साथ रह सके।