Chapter 2 आकाशदीप (जयशंकर प्रसाद)
प्रश्न 1.
प्रसाद जी द्वारा रचित ‘आकाशदीप’ कहानी का सारांश लिखिए।
या
‘आकाशदीप’ कहानी की कथावस्तु लिखकर यह स्पष्ट कीजिए कि यह कहानी आपको क्यों अच्छी लगती है?



प्रश्न 2.
‘आकाशदीप’ कहानी का मुख्य उद्देश्य स्पष्ट कीजिए।
या
जयशंकर प्रसाद की संकलित कहानी की कथावस्तु की समीक्षा कीजिए।
या
‘आकाशदीप’ कहानी के शीर्षक की सार्थकता पर प्रकाश डालिए।


(3) उद्देश्य – प्रसाद जी का साहित्य आदर्शवादी है। प्रस्तुत कहानी में भावना की अपेक्षा कर्तव्यनिष्ठा का आदर्श प्रस्तुत किया गया है। चम्पा एक आदर्श प्रेमिका है और इन सबसे ऊपर है उसका उत्सर्ग भाव। वह अपने कर्तव्य का पालन करती हुई अपने व्यक्तिगत प्रेम और जीवन को समर्पित कर देती है। उसका चरित्र एक आदर्श उदात्त नारी का चरित्र है। कहानीकार को उद्देश्य इसके चरित्र के माध्यम से समाज में प्रेम का आदर्श स्वरूप उपस्थित करना है, जिसमें कहानीकार को पूर्ण सफलता मिली है।
इस प्रकार ‘आकाशदीप’ कहानी की कथावस्तु जीवन्त तथा मार्मिक है। चम्पा प्रेम, कर्तव्यनिष्ठा और राष्ट्रभक्ति के प्रति सजग है। वह अपने प्रेम का बलिदान करती है तथा प्रेम के गौरव की रक्षा के लिए स्वयं का आत्मोत्सर्ग भी करती है। निष्कर्ष रूप से यह कहा जा सकता है कि प्रस्तुत कहानी; कहानी-कला की कसौटी पर खरी उतरती है।