Chapter 2 आन का मान (हरिकृष्ण ‘प्रेमी’)
उत्तर प्रदेश के वाराणसी, लखनऊ, इटावा, बरेली, फरूखाबाद, एटा, शाहजहाँपुर, उन्नाव, हमीरपुर आदि जनपदों के लिए। नवसृजित जनपदों के विद्यार्थी अपने जनपद में निर्धारित नाटक के सम्बन्ध में अपने विषय-अध्यापक से जानकारी प्राप्त कर ले।
प्रश्न 1.
‘आन का मान’ नाटक की कथावस्तु (सारांश अथवा कथानक) संक्षेप में लिखिए।
या
‘आन का मान’ नाटक के मार्मिक स्थलों का वर्णन कीजिए।
या
‘आन का मान’ नाटक के प्रथम अंक की कथा संक्षेप में लिखिए।
या
‘आन का मान’ नाटक के द्वितीय अंक की कथा का सार अपने शब्दों में लिखिए।
या
‘आन का मान नाटक के तीसरे अंक की घटनाओं का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
या
‘आन को मान’ नाटक के तीसरे अंक की कथावस्तु पर प्रकाश डालिए।



प्रश्न 2.
‘आन का मान के आधार पर वीर दुर्गादास का चरित्र-चित्रण कीजिए अथवा चारित्रिक विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।
या
‘आन का मान’ नाटक के प्रमुख पात्र (नायक) को चरित्र-चित्रण कीजिए।
या
“दुर्गादास का चरित्र ‘आन का मान’ नाटक का प्राणतत्त्व है।” इस कथन की समीक्षा कीजिए।
या
‘आन का मान’ नाटक के आधार पर उस प्रमुख पात्र का चरित्र-चित्रण कीजिए जिसने आपको सबसे अधिक प्रभावित किया हो।


प्रश्न 3.
‘आन का मान’ नाटक के आधार पर औरंगजेब का चरित्र-चित्रण कीजिए।
या
‘आन का मान’ नाटक के किसी एक पात्र का चरित्र-चित्रण कीजिए।

प्रश्न 4.
सफीयतुन्निसा का चरित्र-चित्रण कीजिए।
या
‘आन का मान’ नाटक के प्रमुख नारी-पात्र का चरित्र-चित्रण कीजिए।
या
‘आन का मान’ नाटक की नायिका के चरित्र की विशेषताएँ बताइए।
या
‘आन का मान’ नाटक के आधार पर स्त्री पात्र ‘सफीयतुन्निसा’ का चरित्रांकन कीजिए।
