Chapter 3 गजा भगीरथ (महान व्यक्तित्व)
पाठ का सारांश
महाराज रामचन्द्र से कई पीढ़ियों पहले अयोध्या में राजा सगर राज्य करते थे। राजा सगर ने एक बार यज्ञ किया और अपनी जिय के प्रतीक के रूप में यज्ञ का घोडा छोड़ दिया। उस घोड़े को इन्द्र ने पकड़ लिया। | राजा सगर के पुत्र घोड़े को खोजने के लिए निकले, परन्तु घोड़ा उन्हें नहीं मिला। तब उन्होंने धरती को खोदना शुरू कर दिया। अन्त में वे एक स्थान पर पहुँचे, जहाँ मुनि कपिल बैठे हुए थे और उनके निकट ही घोड़ा बँधा हुआ था। राजा सगर के पुत्रों ने मुनि कपिल को बहुत भला-बुरा कहा। इस पर क्रोधित होकर मुनि ने उन्हें वहीं भस्म कर दिया।
इधर राजा सगर ने बड़ी प्रतीक्षा के बाद भी जब देखा कि उनके पुत्र नहीं लौटे, तब उन्होंने अपने दूसरे पुत्र को भेजा, जो परिश्रम से वहाँ तक पहुँचा और घोड़े को वापस ले आया। अब भस्म हुए पुरखों को तारने के लिए गंगा की आवश्यकता थी। लेकिन गंगा को पृथ्वी पर लाए कौन?
अन्त में राजा के प्रपौत्र भगीरथ ने गंगा को पृथ्वी पर लाने के लिए कठोर तपस्या की। लम्बी और कठोर तपस्या के बाद वह गंगा को पृथ्वी पर लाने में सफल हो गए। इस प्रकार राजा भगीरथ ने अपने भस्म हुए पुरखों को तार दिया और उनकी धार्मिक क्रिया की। उसके बाद बहुत दिनों तक उन्होंने अयोध्या में राज्य किया।
अभ्यास-प्रश्न
प्रश्न 1:
राजा भगीरथ कौन थे?
उत्तर:
राजा भगीरथ महाराज दिलीप के पुत्र थे।
प्रश्न 2:
राजा भगीरथ ने कौन सा महान कार्य किया?
उत्तर:
राजा भगीरथ ने गंगा को पृथ्वी पर लाने का महान कार्य किया।
प्रश्न 3:
गंगा को भागीरथी क्यों कहा जाता है?
उत्तर:
भगीरथ की तपस्यों से ही गंगा पृथ्वी पर आई थीं, इसलिए गंगा को भागीरथी कहा जाता है।
प्रश्न 4:
सही (✓) अथवा गलत (✘) को चिह्न लगाइए
उत्तर:
(क) भगीरथ राजा सगर के पुत्र थे। (✘)
(ख) गंगा को भागीरथी भी कहते हैं। (✓)
(ग) भगीरथ गंगा की धारा लाने में सफल हुए। (✓)
प्रश्न 5:
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
(अ) राजा सगर के घोड़े को इन्द्र ने पकड़ लिया।
(ब) भगीरथ ने लगन और विश्वास से कार्य किया और घह पूर्ण रूप से सफल हुए।
(स) गंगा को लाने के पश्चात् और अपने पितामहों की धार्मिक क्रिया करने के पश्चात् बहुत दिनों तक महाराजा भगीरथ ने अयोध्या में राज्य किया।