Chapter 30 महात्मा गांधी (महान व्यक्तिव)

पाठ का सारांश

भारतीय स्वाधीनता संग्राम में योगदान के कारण महात्मा गांधी राष्ट्रपिता’ कहे जाते हैं। इन्हें प्यार से ‘बापू’ भी कहा जाता है। इनका जीवन भारतीय जनमानस का प्रेरणास्रोत है। ये जो व्यवहार दूसरों से चाहते थे, उसे पहले स्वयं करते थे। इनके सिद्धांतों को गांधीवाद और राजनैतिक काल को ‘गांधी-युग’ के नाम से जाना जाता है।

गांधी जी का जन्म 2 अक्टूबर, 1869 ई० को पोरबन्दर (गुजरात प्रांत) में हुआ। इनका पूरा नाम मोहनदास करमचन्द गांधी था। इनके पिता करमचन्द और माता पुतलीबाई धार्मिक तथा सरल स्वभाव,के थे। उनकी धार्मिक आस्था व सादगी का गांधी पर बहुत प्रभाव पड़ा। बचपन में गांधी जी ने सत्य हरिश्चन्द्र और श्रवणकुमार नाटक देखे। सत्यनिष्ठा, अहिंसा, त्याग व मानवसेवा की झलक इनके जीवन के अनेक प्रसंगों में मिलती है।

गांधी जी ने दक्षिण अफ्रीका में अँग्रेजों की रंगभेदनीति और भारत में फैली छुआछूत कुरीति का जमकर विरोध किया। साबरमती में आश्रम के नियम बनाए-सत्य बोलन अहिंसा के भाव, ब्रह्मचर्य व्रत, भोजन संयम, चोरी न करना, स्वदेशी का प्रयोग, चरखा कातना आदि।

गांधी जी के आचार-विचार से अँग्रेज अधिकारी भी प्रभावित होते थे। 30 जनवरी, 1948 ई० को गांधी जी की हत्या कर दी गई। दिल्ली के रजघाट में इनकी समाधि है, जहाँ लोग श्रद्धापुष्प चढ़ाते हैं। गांधी जी के कार्य व्यवहार और विचार हमें चिरकाल तक नैतिक बल प्रदान करते रहेंगे।

अभ्यास

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए –

प्रश्न 1.
महात्मा गांधी का जन्म कब और कहाँ हुआ?
उत्तर :
महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर, 1869 ई० को पोरबन्दर (गुजरात) में हुआ।

प्रश्न 2.
विद्यालय निरीक्षक द्वारा शब्दों की शुद्ध वर्तनी (हिज्जे) लिखने के लिए देने पर क्या घटना हुई ?
उत्तर :
एक बार गांधी जी के विद्यालय में निरीक्षण के लिए विद्यालय निरीक्षक आए हुए थे। निरीक्षक ने पाँच शब्द बताकर उनके (हिज्जे) बर्तनी लिखने को कहा। बच्चे हिज्जे लिख ही रहे थे तभी शिक्षक ने देखा कि गांधी एक शब्द के हिज्जे गलत लिखे हैं। उन्होंने गांधी को संकेत कर बगल वाले छात्र से नकल कर हिज्जे ठीक कर लिखने को कहा, परंतु गांधी ने ऐसा नहीं किया। उन्हें नकल करना अपराध लगा। निरीक्षक के जाने के बाद उन्हें शिक्षक की डाँट खानी पड़ी।

प्रश्न 3.
दक्षिण अफ्रीका की किस घटना ने गांधी जी को रंग-भेद नीति के विरुद्ध लड़ने के लिए प्रेरित किया?
उत्तर :
विलायत से वकालत करने के बाद गांधी जी को दक्षिण अफ्रीका जाना पड़ा। वहाँ पर रेल को प्रथम श्रेणी का टिकट होने के बावजूद उन्हें पहले दर्जे के कंपार्टमेंट से धक्के मारकर निकाल दिया गया। इन दिनों दक्षिण अफ्रीका में रंग-भेद नीति का बोलवाला था। गोरे लोग काले अफ्रीकियों और एशियाई मूल के नागरिकों से बुरा बर्ताव करते थे। इस घटना ने गांधी जी को रंग-भेद नीति के विरुद्ध लड़ने के लिए प्रेरित किया।

प्रश्न 4.
महात्मा गांधी ने कैसे महसूस किया कि प्यार, हिंसा से ज्यादा असरदार दंड दे सकता है?
उत्तर :
एक बार गांधी जी के बड़े भाई कर्ज में फंस गए। उनका कर्ज चुकाने के लिए गांधी जी ने अपना सोने का कड़ा बेच दिया। मार खाने के डर से गांधी जी ने अपने माता-पिता से झूठ बोला कि कड़ी कहीं गिर गया। झूठ बोलने के कारण उनका मन स्थिर नहीं हो पा रहा था। रात-भर उन्हें नींद नहीं आई। गांधी ने अपना अपराध स्वीकार करते हुए कागज में लिखकर अपने पिता को दिया। उन्हें लगा कि झूठ के लिए पिता उन्हें पीटेंगे, लेकिन पिता ने ऐसा कुछ नहीं किया। लेकिन उन्होंने पिता की आँखों में आँसू देखा। गांधी जी को इससे बहुत दुख हुआ। गांधी जी ने महसूस किया कि प्यार, हिंसा से ज्यादा असरदार दंड दे सकता है।

प्रश्न 5.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए –

  1. महात्मा गांधी को लोग प्यार से बापू कहते हैं।
  2. इस पतले दुबले से आदमी में इस्पात की सी मजबूती है और चट्टान जैसी दृढ़ता है।
  3. दक्षिण अफ्रीका में रंग-भेद की नीति का बोलबाला था।
  4. गांधी जी की हत्या नाथूराम गोड्से ने की थी।

प्रोजेक्ट वर्क –
गांधी जी की विभिन्न मुद्राओं के चित्रों को एकत्र कर एलबम बनाइए।

नोट – विद्यार्थी स्वयं करें।

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