Chapter 4 महर्षि वाल्मीकि (महान व्यक्तित्व)

पाठ का सारांश

रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि का जन्म हजारों वर्ष पहले हुआ। इनके बचपन का नाम रत्नाकर था। ईश्वरीय प्रेरणा से ये संसार छोड़कर भक्ति में लग गए। तपस्या करते समय दीमक ने इनके शरीर पर बाँबी (वल्मीक) बना  ली जिससे इनका नाम वाल्मीकि पड़ा।
तमसा नदी के तट पर स्थित आश्रम में उन्होंने संस्कृत में अपने प्रसिद्ध ग्रन्थ रामायण की रचना की। इसमें सात खण्ड हैं। वाल्मीकि को संस्कृत साहित्य का आदिकवि कहा जाता है। रामायण में राम के चरित्र, उस समय के समाज की स्थिति, सभ्यता, व्यवस्था और लोगों के रहन-सहन का वर्णन है। यह त्रेता युग
का ऐतिहासिक ग्रन्थ है।
महर्षि वाल्मीकि के आश्रम में ही लव-कुश का जन्म हुआ था। वाल्मीकि ने उन्हें छोटी अवस्था में ही ज्ञानी और युद्ध कला में पारंगत बना दिया था। लव-कुश ने महर्षि के आश्रम में पहुँचे हुए राम के अश्वमेध यज्ञ वाले घोड़े को पकड़ लिया  था एवं राम की सेना को पराजित कर अपने युद्ध कौशल और पराक्रम का परिचय दिया था।
महर्षि वाल्मीकि कवि, शिक्षक और ज्ञानी थे। इनका ग्रन्थ रामायण भारत का ही नहीं, वरन् सारे संसार की अनमोल कृति है। इस श्रेष्ठ महाकाव्य रामायण की रचना नीति, शिक्षा और दूरदर्शिता के कारण वाल्मीकि को आज भी आदर और सम्मान से याद किया जाता है।

अभ्यास-प्रश्न

प्रश्न 1:
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए

(क) किस घटना को देखकर वाल्मीकि के मुख से कविता फूट पड़ी?
उत्तर:
व्याध द्वारा क्रौंच पक्षी के मारे जाने के करुण दृश्य को देखकर वाल्मीकि के मुख से कविता फूट पड़ी।

(ख) वाल्मीकि ने अपने ग्रन्थ रामायण में किस कथा का वर्णन किया है?
उत्तर:
वाल्मीकि ने रामायण में राम के चरित्र, उस समय के समाज की स्थिति, सभ्यता, शासन, व्यवस्था और लोगों के रहन-सहन का वर्णन किया है।

(ग) वाल्मीकि रामायण में कितने कांड (खण्ड) हैं?
उत्तर:
वाल्मीकि रामायण में सात कांड (खण्ड) हैं। 

(घ) वाल्मीकि को क्यों याद किया जाता है?
उत्तर:
रामायण ग्रन्थ, नीति, शिक्षा व दूरदर्शिता के लिए वाल्मीकि को याद किया जाता है।

प्रश्न 2:
वाक्य पूरा कीजिए ( वाक्य पूरा करके)
(क) अयोध्या के समीप तमसा नदी के किनारे वाल्मीकि तपस्या करते थे।
(ख) ईश्वरीय प्रेरणा से वे सांसारिक  जीवन (मोह) को त्यागकर परमात्मा के ध्यान में लग गए।

प्रश्न 3:
सही या गलत वाक्यों पर (✓) अथवा (✘)चिह्न लगाएँ (चिह्न लगाकर )
(क) वाल्मीकि के बचपन का नाम रत्नाकर था। (✓)
(ख) उनके शरीर पर दीमक ने बाँबी (वल्मीक)  बना लिया, इसी कारण उनका नाम वाल्मीकि पड़ा। (✓)
(ग) उन्होंने रामचरितमानस की रचना की। (✘)
(घ) वाल्मीकि ने श्री राम के अश्वमेध यज्ञ का घोड़ा बाँध लिया था। (✘)

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